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रेल बजट: किराया बढ़ाने से बचे प्रभु

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: रेल बजट में यात्री किराया-माल भाड़े को यथावत रखा गया और यात्री सुविधा पर ध्यान दिया है. लोकसभा में गुरुवार को 68 मिनट के रेल बजट भाषण में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने संचालन अनुपात के बारे में कहा, “सातवें वेतन आयोग के प्रभाव के कारण 2016-17 में हमें 92 फीसदी संचालन अनुपात रहने की उम्मीद है, जबकि वर्तमान वित्त वर्ष में यह 90 फीसदी रहने का अनुमान है.” उन्होंने वर्तमान वित्त वर्ष के लिए संचालन अनुपात का लक्ष्य 88.5 फीसदी रखा था.

प्रभु ने विकास परियोजनाओं के लिए योजनागत व्यय को करीब 1.21 लाख करोड़ रुपये कर दिया. उन्होंने कहा, “इस साल हमारा निवेश पिछले वर्षो के औसत का लगभग दोगुना होगा. पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था.” उन्होंने रेलवे की कुल आय भी आगामी वित्त वर्ष में 10 फीसदी अधिक रहने की उम्मीद जताई.

प्रभु ने कहा, “भारतीय जीवन बीमा निगम अत्यधिक अनुकूल शर्तो पर अगले पांच साल में 1.5 लाख करोड़ रुपये निवेश करने के लिए सहमत हुआ है. हम परियोजनाओं के वित्तीयन के लिए बहुपक्षीय सहयोग से एक कोष स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं.”

रेल बजट की तारीफ के पुल बांधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस साल हम काफी हद तक सफल रहे हैं. इस बजट में इसे और आगे बढ़ाने का भरोसा दिलाया गया है.”

बजट की आलोचना करते हुए हालांकि पूर्व रेल मंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता दिनेश त्रिवेदी ने कहा, “वास्तविक बजट कहां है? क्या आपने कोई आंकड़ा सुना, जो बताए कि पिछले साल क्या हासिल हुआ और इस साल का बजट क्या है? हमें अब भी बजट का इंतजार है.”

किसी बड़ी परियोजना की घोषणा नहीं होने का शेयर बाजार पर भी प्रतिकूल असर पड़ा और रेलवे से जुड़े कई शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. बीईएमएल में 3.29 फीसदी, सीमेंस में 1.06 फीसदी, एबीबी में 1.37 फीसदी, लार्सन एंड टुब्रो में 1.5 फीसदी और टिमकेन में 2.31 फीसदी गिरावट दर्ज की गई. कुछ शेयरों में हालांकि तेजी भी रही.

प्रभु ने कहा, “अगले वित्त वर्ष में हम 2,800 किलोमीटर नए रेल मार्ग पर सेवा शुरू करना चाहते हैं.” उन्होंने रोजाना 7 किलोमीटर रेल मार्ग बनाने का वादा किया, जबकि 2008 के बाद से यह गति रोजाना 4.3 किलोमीटर थी.

उन्होंने रेलगाड़ियों में 65 हजर अतिरिक्त बर्थ, 2,500 वाटर वेंडिंग मशीन, रेल डिब्बों में 17 हजार जैविक शौचालय, 1,780 ऑटोमेटिक टिकटिंग मशीन, एक बार में 1,20,000 उपयोगकर्ताओंको ई-टिकट देने की सुविधा और 408 स्टेशनों पर ई-कैटरिंग सुविधा देने की भी घोषणा की.

उन्होंने कहा कि प्रत्येक रेलगाड़ी में वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोवर बर्थ का कोटा 50 फीसदी बढ़ाकर 120 किया जाएगा और वरिष्ठ नागरिकों तथा विकलांग यात्री योजना के दायरे में और अधिक स्टेशनों को शामिल किया जाएगा और तेजस नाम से नई ट्रेन शुरू की जाएगी.

अन्य घोषणाओं में शामिल हैं 100 और स्टेशनों पर इस साल वाईफाई और अगले वित्त वर्ष में 400 स्टेशनों पर, व्यस्त मार्गो पर सभी साधारण श्रेणी के डिब्बे वाली रेलगाड़ी, महिलाओं के लिए 24 घंटे हेल्पलाइन, स्टेशनों पर स्थानीय कला, कुलियों का सम्मान और तीर्थस्थलों पर बेहतर सुविधा.

प्रभु ने जल्द ही रेलवे के लिए एक नियामकीय प्राधिकरण का वादा किया और विपक्ष से इसमें सहयोग मांगी. संभवत: इसी वजह से बजट में किराया नहीं बढ़ाया गया और यह काम प्रस्तावित नियामक के लिए छोड़ दिया गया.

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक भारत का 64,460 किलोमीटर का रेल मार्ग दुनिया में चौथा सबसे बड़ा है. इससे आगे अमेरिका, रूस और चीन हैं. देश में कुल लगभग 21 हजार रेलगाड़ियां रोजाना 2.3 करोड़ यात्रियों को यात्रा सेवा और 30 लाख टन माल ढुलाई सेवा देती हैं.

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