राष्ट्र

दिमाग की सफाई करें-राष्ट्रपति

अहमदाबाद | संवाददाता: राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि असली गंदगी हमारे दिमाग में है. उन्होंने कहा कि आज इस गंदगी को साफ करने की ज़रुरत है. समाज में आये विभाजन को लेकर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज साबरमती आश्रम में ये विचार व्यक्त किये.

महात्मा गांधी को आदर्श बताते हुये भारत की असली गंदगी सड़कों पर नहीं, बल्कि हमारे दिमाग में है और उन विचारों को न छोड़ पाने में है जो समाज को ‘वो’ और ‘हम’ में बांटते हैं.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान पर टिप्पणी करते हुये कहा कि हमें अपने दिमाग की सफाई की शुरुआत भी करनी होगी. उन्होंने कहा कि जब तक मल उठाने की अमानवीय प्रथा देश में चलती रहेगी, हम स्वच्छ भारत हासिल नहीं कर सकते.

प्रणव मुखर्जी ने कहा कि हर रोज़ हम अपने आस-पास अभूतपूर्व हिंसा देख रहे हैं, हिंसा के मूल में अंधकार, डर और अविश्वास हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में संवाद हर तरह की हिंसा से रहित होना चाहिए- शारीरिक भी और मौखिक भी. हम हिंसा से निपटने के नए तरीके अपनाते हैं लेकिन इससे पहले हमें अहिंसा, तर्क और बातचीत की ताकत को नहीं भूलना चाहिए.

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