देश विदेश

ओबामा-मोदी ने उम्मीदें बढ़ा दी: अमरीकी मीडिया

वाशिंगटन | एजेंसी: मोदी तथा ओबामा के आपसी रिश्तों से उम्मीद की जा रही है कि भारत-अमरीकी संबंधों में और निकटता आयेगी. अमरीकी मीडिया का मानना है कि इससे अमरीका को पायदा होने जा रहा है. अमरीका राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत दौरे पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए अमरीकी मीडिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ओबामा के व्यक्तिगत संबंधों से भारत और अमरीका के रिश्तों में एक नया अध्याय जुड़ेगा.

न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा है, “अधूरे वादों के सालों बाद ओबामा और मोदी दोनों लोकतांत्रिक देशों के बीच गहरे संबंध स्थापित करने के लिए साथ आए हैं, यह शायद क्रांतिकारी पथ भी हो सकता है.”

‘भारत और अमरीका के लिए एक नया अध्याय’ शीर्षक से प्रकाशित एक संपादकीय में अखबार ने लिखा, “दोनों नेताओं के व्यक्तिगत संबंधों का ही नतीजा है कि आज दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार हुआ है.”

इसके अलावा टाइम्स ने कहा, “काम के साथ सामरिक अनिवार्यता भी जरूरी है.”

टाइम्स ने कहा, “दोनों नेताओं को अपनी अर्थव्यवस्थाओं का विस्तार करने की आवश्यकता है और दोनों को एशिया में चीन की बढ़ती भूमिका को संतुलित करने के लिए अन्य देशों को महत्वपूर्ण साथी के रूप में देखने की आवश्यकता है.”

इसमें सुझाव दिया गया है कि दोनों देशों के बीच सहयोग की काफी संभावना है.

टाइम्स ने कहा है कि स्थाई प्रतिबद्धता के साथ अपनी बातचीत में ओबामा और मोदी ने उम्मीदें बढ़ा दी हैं और आगे बढ़ने के लिए मजबूत आधार तय कर दिया है.

टाइम्स के मुताबिक, लेकिन सच्ची भागीदारी के निर्माण के लिए दशकों तक निरंतर प्रयास करना होगा.

द वाल स्ट्रीट जर्नल ने ‘भारत-अमरीका परमाणु परीक्षण’ शीर्षक से प्रकाशित अपनी समीक्षा में कहा है कि ओबामा के दौरे के बाद मोदी के पास सुधार के लिए किए गए परिवर्तनों को दिखाने का मौका है.

इसमें कहा गया है, “भारत और अमरीका के बीच कभी संबंधों में रही शिथिलता को देखते हुए दोनों शीर्ष नेताओं द्वारा प्रदर्शित की गई गर्मजोशी उत्साहवर्धक है.”

समाचार पत्र ने कहा है, “नई दिल्ली में संरक्षणवादी नीतियां और राजनीतिक शिथिलता आर्थिक और कूटनीतिक ताकत के रूप में भारत के विकास को सीमित करने के लिए प्रयासरत हैं?

सीएनएन ने आश्चर्य जताते हुए कहा है, “क्या मोदी और ओबामा के संबंधों में प्रगाढ़ता भारत और अमरीका के रिश्तों का निर्णायक मोड़ है.”

इसमें कहा गया है, “ओबामा का तीन दिवसीय भारत दौरा दुनिया की दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के नेताओं के मिलन का प्रतीक था.”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!