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नेपाल में मोदी के लिये सरकार का विरोध

काठमांडू | समाचार डेस्क: नेपाल के लोग भारत के प्रधानमंत्री मोदी के नेपाल दौरे में कटौती किये जाने का विरोध कर रहें हैं. गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी के जनकपुर, मुक्तिनाथ तथा लुंबनी दौरे को स्थगित कर दिया गया है. नेपाल की राजधानी काठमांडू में 25-27 नवंबर तक सार्क देशों का सम्मेलन होने जा रहा है जिसमें भारत के प्रधानमंत्री मोदी भी शिरकत करेंगे. उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पिछले नेपाल दौरे में वादा किया था कि वे इन दोंनों जगहों पर जरूर जायेंगे.

नेपाली जनता मोदी के जनकपुर, बीरगंज और राजविराज जिलों के दौरों को स्थगित कर दिये जाने के कारण अपनी ही सरकार के विरोध में सड़कों पर उतर आये हैं. उनका आरोप है कि नेपाली सरकार द्वारा सुरक्षा के इंतजाम के नाम पर इन दौरों को स्थगित करवा दिया गया है.

ज्ञात रहे कि मोदी के दौरों के लिये जनकपुर में भारी तैचारी हो चुकी है. वहां, मोदी के समर्थन में स्वागत द्वार बनाये गयें हैं तथा मंदिर को सजाया गया है. इन स्थानों की जनता का मानना है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी के दौरों से वहां विकास होता जिससे अब वे मरहूम रह गये हैं.

नेपाली सरकार के विरोध में दुकानें बंद कर दी गईं. कई लोगों को आरोप था कि नेपाल सरकार ने मोदी को पर्याप्त सुरक्षा देने में असमर्थता जताई इसलिए दौरा रद्द करना पड़ा. लोग मोदी के दौरे की मांग करते हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आए.

उधर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीटर पर दी. उन्होंने बताया कि घरेलू व्यस्तताओं और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण प्रधानमंत्री नेपाल दौरे के दौरान सिर्फ काठमांडू जाएंगे. हालांकि उन्होंने आशा जताई कि मोदी की जल्द ही जनकपुर, लुंबिनी और मुक्तिनाथ जाने का समय निकाल सकेंगे. ऐसा बिरला ही होता है कि किसी दूसरे देश के राजनेता के दौरे को स्थगित किये जाने से विरोध प्रदर्शन होता है. जाहिर है कि भारत के प्रधानमंत्री मोदी, नेपाल में भी खासे लोकप्रिय हो गये हैं.

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