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रूस में मिले मोदी और नवाज

उफा | समाचार डेस्क: अमरीका ने रूस में भारत तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के मिलने का स्वागत किया है. उम्मीद की जा रही है कि मोदी-नवाज़ की इस बैठक से दोनों देशों के बीच तनाव कुछ कम हो सकता है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाकर एक-दूसरे का अभिभावदन किया और चंद अनौपचारिकताओं के बाद द्विपक्षीय बातचीत शुरू की. मोदी और शरीफ की मुलाकात स्थानीय समयानुसार सुबह 9.15 बजे और भारतीय समयानुसार सुबह 9.45 बजे हुई. उनकी यह मुलाकात ब्रिक्स देशों और शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलनों से इतर हुई है. दोनों नेता इन सम्मेलनों में हिस्सा लेने के लिए रूस में हैं.

दोनों नेताओं की इस मुलाकात को दक्षिण एशिया में स्थिरता और शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि इस मुलाकात से दोनों देशों के संबंधों पर पिछले करीब एक साल से आतंकवाद और अन्य मसलों को लेकर जमी बर्फ को पिघलाने में मदद मिलेगी और आपसी विश्वास का एक बेहतर माहौल कायम हो सकेगा.

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर पर इस मुलाकात की जानकारी देते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मिले.”

अमरीका ने इस बातचीत का स्वागत किया है. अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, “हम दोनों नेताओं की द्विपक्षीय मुलाकात का स्वागत करते हैं. हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच तनाव कम हो और मुद्दों का समाधान द्विपक्षीय सहमति से हो. दोनों देशों के बीच तनाव किसी के भी हित में नहीं है.”

उन्होंने कहा, “यदि दोनों देशों के संबंध खराब होते हैं तो पहले से ही अस्थिर क्षेत्र में इससे और अधिक अस्थिरता आ सकती है.”

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता काजी कलीमुल्ला ने भी गुरुवार को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की द्विपक्षीय मुलाकात और बातचीत से सकारात्मक माहौल बनने की उम्मीद जताई थी. उन्होंने इस्लामबाद में कहा था, “दोनों प्रधानमंत्रियों की द्विपक्षीय मुलाकात से न केवल आपसी संबंधों, बल्कि क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद है.”

इससे पहले मोदी और नवाज गुरुवार रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से ब्रिक्स-एससीओ शिखर सम्मेलनों में शिरकत करने पहुंचे विभिन्न देशों के नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक-दूसरे से मिले थे. लेकिन यह एक अनौपचारिक मुलाकात थी.

मोदी और नवाज की शुक्रवार को हुई द्विपक्षीय मुलाकात ऐसा दूसरा मौका है. इससे पहले उनके बीच द्विपक्षीय मुलाकात और बातचीत पिछले साल 26 मई को नई दिल्ली में हुई थी, जब नवाज, मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने आए थे.

दोनों नेताओं की मुलाकात पिछले साल नवंबर में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन के काठमांडू में हुए शिखर सम्मेलन में भी हुई थी, लेकिन उनके बीच द्विपक्षीय बैठक नहीं हुई थी.

उनकी द्विपक्षीय मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जबकि भारत और पाकिस्तान को चीन के नेतृत्व वाले एससीओ में स्थायी सदस्य का दर्जा दिया जाना है.

भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ समय से सीमा पार से गोलीबारी को लेकर तनाव का माहौल है. भारत ने 26/11 के मुख्य साजिशकर्ता जकीउर रहमान लखवी की पाकस्तान की एक अदालत के आदेश पर रिहाई को लेकर भी कड़ा ऐतराज जताया है.

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