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भारत-नेपाल संबंधों को नया आयाम: मोदी

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: प्रधानमंत्री मोदी अपनी नेपाल यात्रा से उसके साथ भारत के संबंधों को नया आयाम देना चाहते हैं. इसके लिये प्रधानमंत्री मोदी नेपाल के साथ व्यापार और नि‍वेश, पन-बि‍जली, कृषि‍ तथा कृषि‍ प्रंसस्‍करण, पर्यावरण, पर्यटन, शि‍क्षा संस्‍कृति‍ और ,खेल सहि‍त महत्‍वपूर्ण क्षेत्रों में द्वि‍पक्षीय सहयोग को सुदृढ करने के उपायों की पहचान करेंगे. यह बात मोदी ने अपनी नेपाल यात्रा के पूर्व जारी बयान में कहा है.

मोदी ने कहा, “मैं नए डि‍जीटल युग की पूर्ण क्षमता के दोहन तथा दोनों देशों के युवाओं के लि‍ए नए अवसरों के निर्माण के लि‍ए भी नेपाल के नेतृत्व तथा उनके व्‍यावसायि‍क पुरोधाओं के साथ वि‍चार-वि‍मर्श करूगां.” मोदी ने कहा हैं कि नि‍कट मि‍त्र एवं पड़ौसी होने के नाते नेपाल के सामाजि‍क-आर्थि‍क वि‍कास में अग्रणी साझेदार होने का अवसर भारत को प्राप्‍त हुआ है.

नेपाल के यात्रा पर मोदी ने कहा, “मेरा दौरा हमारे देशों की प्रकृति‍, इति‍हास, संस्‍कृति‍, अध्‍यात्‍म और धर्म की साझा वि‍रासत को प्रति‍बि‍म्‍बि‍त करता है. यह दौरा नेपाल के साथ सम्‍बंधों के प्रति ‍मेरी सरकार की उच्‍च प्राथमि‍कता एवं हमारे सम्‍बंधों को एक नए क्षि‍तिज तक ले जाने के हमारे संकल्‍प की भी रेखांकि‍त करता है.”

प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के विकास के लिये भारक की प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि हम नेपाल के वि‍कासात्‍मक प्रयासों में अपना सतत सहयोग प्रदान करने के लि‍ए वचनबद्ध हैं. सीमावर्ती संरचनागत वि‍कास के लि‍ए चल रही प्रमुख परि‍योजनायें सीमा के दोनों और रह रहे लोगों की आर्थि‍क समृद्धि‍में सहायक होगी और इससे आवागमन में भी वृद्धि‍होगी. इस दौरे के दौरान, हम अपने वि‍कासात्‍मक सहयोग को और मजबूत करने की सम्भावनाओं का पता लगाएंगे.

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-नेपाल संबंधों को नया आयाम देने के संदर्भ में कहा “अपने दौरे के दौरान, मुझे द्वि‍पक्षीय सम्‍बंधों के सम्‍पूर्ण परि‍प्रेक्ष्‍य में नेपाल के नेतृत्‍व के साथ वि‍स्‍तार से वि‍चार-वि‍मर्श करने का अवसर प्राप्‍त होगा. मैं तेजी से रूपान्‍तरि‍त हो रहे दो देशों के बीच नई शताब्‍दी में नए सम्‍बंधों को नया आयाम देने के लि‍ए नेपाल के नेतृत्‍व के साथ काम करने के लि‍ए उत्‍सुक हूँ.”

गौरतलब है कि 17 वर्षो बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री नेपाल जा रहा है. निश्चित तौर पर मोदी, नेपाल के साथ संबंधों को घनिष्ट बनाना चाहते हैं. भारत तथा चीन के बीच में स्थित होने के कारण नेपाल का सामरिक तथा राजनयिक महत्व है जिसे मोदी इस यात्रा में नया आयाम देने की मंशा जाहिर कर चुके हैं.

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