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12 अक्टूबर को टकरायेगा ‘हुदहुद’

नई दिल्ली | एजेंसी: 12 अक्टूबर को ‘हुदहुद’ चक्रवात ओडिशा से टकरायेगा. इसके लिये केन्द्र तथा राज्य सरकार ने तैयारी कर ली है ताकि जान-माल की हानि कम से कम हो. देश के पूर्वी तट पर समुद्री तूफान ‘हुदहुद’ के आने की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल की 5 बटालियनों को हाईअलर्ट किया गया है. ये बटालियनें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार में तैनात हैं. इन एनडीआरएफ बटालियनों में 51 टीमें शामिल हैं. आंध्र प्रदेश में छह राहत और बचाव टीमें तैनात की दी गई हैं. इनमें से दो श्रीकाकुलम, एक विजयनगरम, दो विशाखापत्तनम और एक टीम ईस्ट गोदावरी जिले में तैनात की गई है.

ओडिशा में नौ टीमें तैनात करने पर विचार किया जा रहा है. एक टीम गजपति, तीन गंजम, दो खुरदा और एक-एक टीमें कटक, पुरी और बालेश्वर में तैनात करने पर विचार किया जा रहा है.

एनडीआरएफ पटना, कोलकाता और चेन्नई से चार-चार बटालियनें ओडिशा और आंध्र प्रदेश के लिए रवाना हो रही हैं.

कुल मिलाकर 27 टीमें उन जगहों पर तैनात की जा रही हैं, जहां इनकी जरूरत पड़ सकती है. समुद्री तूफान के इन स्थानों पर टकराने की आशंका है.

विशाखापत्तनम और भुवनेश्वर में एक-एक डीआईजी स्तर का अधिकारी तैनात किया जाएगा जो एनडीआरएफ कार्यो का निरीक्षण करेगा.

कुल मिलाकर 162 नावें भेजी जा रही हैं. 54 गोताखोर तथा बाढ़ में बचाव करने वाले उपकरणों सहित लोगों को भी भेजा जा रहा है, ताकि वे समुद्री तूफान के कारण पैदा होने वाली किसी भी चुनौती का सामना कर सकें.

उधर, कैबिनेट सचिव अजीत कुमार सेठ ने गुरुवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई और मुख्य सचिवों से आग्रह किया कि वे समुद्री तूफान ‘हुदहुद’ का सामना करने के लिए सभी जरूरी उपाय करें. सेठ ने समुद्री तूफान से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की. आने वाले संकट को लेकर तटीय ओडिशा के लोग बेहद चिंचित हैं.

कैबिनेट सचिव ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और तटवर्ती राज्यों के मुख्य सचिवों से आग्रह किया कि वे इस समुद्री तूफान के चलते होने वाली मुश्किलों का सामना करने के लिए जरूरी उपाय करें.

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