कलारचना

‘हवाईजादा’ विभु पुरी-भंसाली की कहानी

मुंबई | मनोरंजन: फिल्म ‘हवाईजादा’ वास्तव में इसके निर्देशक विभु पुरी तथा उनके गुरु संजय लीला भंसाली के संबंधों की कहानी है. विभु पुरी जब संजय लीला भंसाली के स्कूल में निर्देशन के गुर सीख रहें थे जब वे उनसे इसी तरह से लड़ा करते थे जैसे ‘हवाईजादा’ में मिथुन चक्रवर्ती तथा आयुष्मान खुराना लड़ा करते थे.
‘हवाईजादा’ फिल्म के निर्देशक विभु पुरी अपनी पहली फिल्म में अपने गुरु संजय लीला भंसाली का योगदान होने से इंकार नहीं करते.

विभु ने कहा, “मैंने संजय लीला भंसाली स्कूल ऑफ फिल्म मेकिंग में पढ़ाई की. मुझे फिल्म निर्माण के बारे में जो कुछ सीखना था, मैंने उनसे सीखा. इसलिए मेरे काम पर उनका प्रभाव होना एक सामान्य सी बात है.”

विभु खुलासा करते हैं कि ‘हवाईजादा’ में जो गुरु-शिष्य संबंध दिखाया गया है, वो भंसाली से उनके रिश्ते पर आधारित है.

उन्होंने कहा, “फिल्म में मिथुन दा व आयुष्मान खुराना के बीच का रिश्ता संजय सर के साथ मेरे अपने रिश्ते का प्रतिरूप है. हम में तीखी नोकझोंक होती थी और मैं कभी न लौटने की धमकी देकर निकल जाता था.”

विभु ने कहा, “फिल्म में एक दृश्य है, जहां आयुष्मान झगड़ता है और कुछ घंटों बाद मिथुन दा के पास लौट आता है. मिथुन दा मुस्कुराते हुए कहते हैं, ‘तुम दो घंटे में ही लौट आए? मैंने सोचा था कि दो दिन बाद लौटोगे.’ कुछ यही संजय सर ने मुझसे कहा था.”

विभु अपने गुरु भंसाली को अपनी फिल्म दिखाने के इच्छुक हैं.

उन्होंने कहा, “संजय सर ‘बाजीराव मस्तानी’ फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने मुझसे फिल्म देखने का वादा किया है.”

error: Content is protected !!