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काला धन लाने प्रतिबद्ध: शाह

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: अमित शाह ने कहा मोदी सरकार काला धन वापस लाने प्रतिबद्ध है परनतु नामों का खुलासा नहीं कर सकती. भाजपा अद्यक्ष अमित शाह ने कहा कि ऐसा अंतर्राष्ट्रीय संधियों के कारण संभव नहीं हो पा रहा है. भाजपा अध्यक्ष ने काले धन पर पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर कुछ न करने का आरोप लगाया. इसी के साथ अमित शाह ने देश में 60 सालों तक शासन करने वाले कांग्रेस को इसमें घसीटा. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय संधियों के कारण सरकार दोषी लोगों के नामों का खुलासा नहीं कर सकती. राजग सरकार का केंद्र में एक साल पूरा होने के अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “हमने काले धन पर कानून बनाया है और हम इसे वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. लेकिन अगर भाजपा की सरकार उन लोगों के नामों का खुलासा करती है जिनके पास काला धन है तो अंतर्राष्ट्रीय संधियों के मुताबिक हमें इसके संबंध में आगे कोई भी जानकारी नहीं मिलेगी.”

काले धन के मुद्दे पर पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, “कांग्रेस ने 60 सालों तक देश की सत्ता में रहते हुए काला धन वापस लाने के लिए क्या किया?”

उन्होंने कहा, “आपकी रुचि क्या है. सुर्खियां बनना अथवा उन लोगों को बचाना जिनके बारे में हमारे पास अभी तक कोई जानकारी नहीं है.”

उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में राजग सरकार ने अच्छा काम किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में बिल्कुल भी भ्रष्टाचार नहीं है.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “मोदी के नेतृत्व में हमने वादा किया था कि हम भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेकेंगे. हम ऐसा करने में सक्षम हैं. यहां तक कि हमारे राजनीतिक विरोधी भी एक साल में किसी भी घोटाले को लेकर हमारी ओर उंगली नहीं उठा पाए हैं.”

शाह ने भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए राजग सरकार की सराहना की और कहा कि वित्तीय घाटा नियंत्रण में हैं, व्यापार बढ़ा है और विदेशी निवेश पिछले दस सालों में सबसे अधिक रहा है, साथ ही कीमतों को नियंत्रण में लाया गया है.

उन्होंने कहा, “जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजग की सरकार बनी थी, तो अर्थव्यवस्था की विकास दर 4.4 फीसदी थी. जब वे सत्ता से बाहर गए तब आर्थिक वृद्धि दर 8.4 फीसदी थी. संप्रग कार्यकाल में आर्थिक वृद्धि दर गिरकर 4.4 फीसदी रह गई. जबकि मोदी सरकार के एक साल बाद अब आर्थिक वृद्धि दर 5.7 फीसदी है.”

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि सरकार ने देश में विभिन्न अवसंरचना परियोजनाएं शुरू की हैं.

शाह ने कहा, “हमारी सरकार सक्रिय और पारदर्शी है. पूरे विश्व में आज भारत की प्रगति और विकास को स्वीकार किया जा रहा है.”

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “यह सरकार पारदर्शी सरकार है. इससे पहले सरकार को ढूंढ़ने की आवश्यकता होती थी. मेरा मानना है कि हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि विश्वास के संकट को दूर करना है.”

शाह ने कहा कि मोदी की सरकार के अलावा किसी और सरकार ने भारत के संघीय ढांचे को सुधारने की कोशिश नहीं की.

इस दौरान भाजपा अध्यक्ष ने घोषणा की कि पार्टी अगले तीन माह में आठ करोड़ घरों तक पहुंचने का प्रयास करेगी. उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि मोदी सरकार द्वारा एक साल में किए गए कामकाज का लेखाजोखा लोगों को दिया जाए.”

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