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निर्मल गंगा जन अभियान शुरु

हरिद्वार | एजेंसी:गायत्री परिवार के तत्वावधान में लाखों कार्यकर्ता पावन गंगा के उद्गम स्थान से लेकर अंतिम छोर तक तट सफाई एवं जल शुद्धि के भागीरथ पुरुषार्थ में जुट गए हैं. इस अभियान के अंतर्गत 2525 किमी लंबी जीवनदायिनी गंगा को पांच अंचलों में बांटा गया है. इसकी निरंतरता के मद्देनजर अभियान पांच चरणों में पूरा किया जाना है. इसके प्रथम चरण के अंतर्गत शुरुआत से अंत तक का सर्वेक्षण कार्य पूरा किया जा चुका है. तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण के समापन के साथ द्वितीय चरण के तहत चरण-जन जागरण, गंगा संवाद का क्रम प्रारंभ हो गया.

प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए संस्था की प्रमुख शैलबाला पण्ड्या ने कहा कि मां गंगा हम सबकी माता समान है. ऋषियों की धरोहर के रूप में स्थापित गंगा देवात्मा हिमालय से सागर तक देव संस्कृति के उद्गम और विकास की साक्षी रही है.

विदाई संदेश देते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि मोक्षदायिनी मां गंगे को उसकी सनातन गरिमा प्रदान करने हेतु गायत्री परिवार पिछले एक वर्ष से जुटा हुआ है. गंगोत्री से गंगासागर तक को भागीरथी अंचल, विश्वामित्र अंचल भारद्वाज अंचल गौतम अंचल तथा रामकृष्ण अंचल पांच भागों में बांटा गया है. इन अंचलों में पांच चरणों में गंगा को निर्मल बनाने के लिए कार्य किए जाएंगे.

जोन समन्वयक कालीचरण शर्मा ने बताया कि निर्मल गंगा जन अभियान के द्वितीय चरण के क्रियान्वयन हेतु जन जागरण-गंगा संवाद के लिए 9 टोलियां रवाना हुईं. ये टोलियां गंगा तट के दोनों ओर बसे गांवों, कस्बों, शहरों में कार्यक्रम सम्पन्न कराएंगी. एक टोली में चार से पांच सदस्य शामिल हैं, जो अपने-अपने विषय के विशेषज्ञ हैं.

उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों को अपने क्षेत्र से गंगा को स्वच्छ बनाये रखने में सहयोग करने के लिए तैयार करेंगे. टोली के विदाई के अवसर पर वीरेश्वर उपाध्याय, कालीचरण शर्मा, शिवप्रसाद मिश्रा, वीरेन्द्र तिवारी, दिव्येस व्यास एवं पत्रकारगण सहित विभिन्न सत्रों के प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे.

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