राष्ट्र

छत्तीसगढ़: बच्चों पर मीठे दूध का कहर

रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केन्द्र में दिये गये मीठे दूध को पीने से 2 बच्चों की मौत हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह जब बीजापुर के केतुलनार आंगनबाड़ी में बच्चे पहुंचे तो उन्हें शासन के द्वारा चलाई जा रही ‘मुख्यमंत्री अमृत योजना’ के तहत मीठा दूध पीने को दिया गया. जिससे 8 बच्चों की तबियत बिगड़ गई. कुछ देर बाद उनमें से 2 बच्चों की मौत हो गई है. घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है.

उधर जांजगीर-चांपा में भी सरकारी मीठा दूध पीने से 5 बच्चों के तबियत बिगड़ने की खबर है. सीजीखबर को मिली जानकारी के अनुसार नवागढ़ ब्लॉक के बर्रा गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र में भी देवभोग कंपनी का मीठा दूध पीने से 5 बच्चे बीमार हो गये हैं. उन्हें नवागढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिला कार्यक्रम अधिकारी ने संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्र में उपलब्ध दूध के शेष पैकेटों को वापस ले लिया है. पैकेटों में बैच नम्बर सीडीएफओ – 20 बी, 11602 और पैकिंग की तारीख 18 मई 2016 अंकित है. इन पैकेटों के सैम्पल जांच के लिए नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन रायपुर की प्रयोगशाला को भेजे गए हैं.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बीजपुर जिले में केतुलनार आँगनबाड़ी केंद्र में दूध के सेवन से दो बच्चों की मौत की घटना को गंभीरता से लिया है. उन्होंने बच्चों की मौत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और बीजापुर जिला प्रशासन को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

डॉ. सिंह ने अधिकारियों से कहा है कि बीमार बच्चों का बेहतर इलाज करवाया जाये. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दूध की गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं.

मुख्यमंत्री ने ने महिला एवं बॉल विकास मंत्री रामशिला साहू और स्कूल शिक्षा तथा आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप को ग्राम केतलनार जाने के निर्देश दिये.

इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य में अमृत के नाम पर बच्चों को जहर परोसा जा रहा है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी के अनुसार कोरिया से भी इसी तरह से मीठा दूध पीने से बच्चों की तबियत बिगड़ने की खबर है. उन्होंने महिला बाल विकास मंत्री रमशीला साहू से इस्तीफे की मांग की है.

उल्लेखनीय है कि कुपोषण दूर करने के लिये छत्तीसगढ़ में मई माह से मुख्यमंत्री अमृत योजना शुरु की गई है. जिसके तहत राज्य के 50 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रो में तीन से छः साल के बच्चों को सप्ताह में एक दिन मीठा दूध दिया जा रहा है. इसके लिये धन राज्य सरकार की ओर से दिया जा रहा है. आंगनबाड़ी केन्द्रो में पहले से ही कुपोषण दूर करने के लिये बच्चों को गर्म नाश्ता दिया जा रहा है.

इस साल लोक सुराज अभियान के समय मुख्यमंत्री अमृत योजना का शुभारंभ किया गया.

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