छत्तीसगढ़

प्राण और प्राणी के लिए ’पानी’ बचाये

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है प्राण और प्राणी के लिये पानी बचाइये. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मंगलवार 22 मार्च को विश्व जल दिवस के अवसर पर सभी लोगों से धरती पर मानव जगत और प्राणी जगत की रक्षा के लिए पानी बचाने की अपील की है. डॉ. सिंह ने विश्व जल दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार जारी अपील में कहा है कि पानी इस संसार को प्रकृति अथवा कुदरत से मिला अनमोल वरदान है. चाहे मनुष्य हो या अन्य कोई प्राणी, इस संसार में पानी के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती. पृथ्वी पर प्राण और प्राणी के लिए पानी बचाना बहुत जरूरी है.

इसलिए पानी के महत्व को समझकर हमें विश्व जल दिवस के मौके पर पानी के संरक्षण और भू-जल के संवर्धन का संकल्प लेना होगा.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पानी को बचाने के साथ-साथ हमें उसकी स्वच्छता और शुद्धता का भी ध्यान रखना होगा. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने रेनवाटर हार्वेस्टिंग, वाटर शेड विकास जैसे कार्य नये उत्साह के साथ शुरू करने की जरूरत पर बल दिया है.

उन्होंने कहा है कि आधुनिक युग में औद्योगिक विकास, तेजी से बढ़ती आबादी और तीव्र गति से हो रहे शहरीकरण की वजह से नदियों, तालाबों और अन्य तमाम जल -स्त्रोतों की सुरक्षा और स्वच्छता हम सबके लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, लेकिन परस्पर सहयोग से हम सब मिलकर इस दिशा में बेहतर काम कर सकते हैं.

डॉ. रमन सिंह ने कहा- कवि रहीम ने बड़ी खूबसूरती से ’रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून. पानी गए न ऊबरै मोती, मानुष, चून..’ जैसा कालजयी दोहा लिखकर पानी के महत्व को समझाने का सार्थक प्रयास किया था.

डॉ. रमन सिंह ने कहा कि हम सबको कवि रहीम के इस दोहे से ही प्रेरणा लेनी चाहिए.

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 1992 में रियोडिजेनेरियो में ’पर्यावरण तथा विकास’ पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हर साल 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाने का निर्णय लिया था. वर्ष 1993 में 22 मार्च को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसका आयोजन किया गया.

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