नाली के गैस से घर का चूल्हा!
रायपुर | विशेष संवाददाता: छत्तीसगढ़ के एक व्यक्ति ने नाली के गैस से घर का चूल्हा जलाकर दिखाया है. कहा जाता है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है, इसे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के श्याम राव ने सच साबित कर दिया है. उन्होंने गंदे नाली से निकलने वाली गैस से गैस चूल्हा जलाकर सबको हैरत में डाल दिया है. श्याम राव का दावा है कि नाली से मिथेन गैस निकलती है तथा यह कारनामा उसी मिथेन गैस का है. बहरहाल, नाली से निकलने वाली गैस से गैस चूल्हा का जलना अपने-आप में बड़ी बात है. इसी के साथ यह सवाल भी उठता है कि क्या इसे अन्य घरों में भी दोहराया जा सकता है? क्या इसके लिये बड़े पैमाने पर आवश्यक उपकरणों का उत्पादन किया जा सकता है? यदि यह संभव है तो कौन इसे घर-घर में दोहराने का काम करेगा.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक 12वीं पास व्यक्ति ने ऐसा प्रयोग किया है कि देखने वाले हैरान हैं. घर के बाहर बहते नाले की गंध उसे मीथेन गैस महसूस हुई तो श्याम राव शिर्के ने उसे एकत्र कर गैस चूल्हा जला दिया. दो महीने के प्रयोग के बाद श्याम राव ने बजबजाती नाली के गैस को मिथेन साबित किया और लोगों के सामने प्रयोग करके भी दिखाया. उनके घर के बाहर गर्मी के दिनों में खुदाई का काम चल रहा था, नाली की बदबू ने जीना मुहाल कर दिया था. एक दिन श्याम राव शिर्के को खयाल आया कि नाले से उठती गंध घर में इस्तेमाल होने वाले घरेलू सिलेंडर के गैस की तरह क्यों लगती है? बदबू से निजात पाने का प्रयोग करने पर श्याम राव को लगा की यह मीथेन गैस ही है और इसे घरेलू इस्तेमाल के लिए प्रयोग किया जा सकता है.
इसके लिये श्याम राव ने एक ड्रम को बीच से दो भागों में काट दिया और पत्थर बांधकर नाले से लटका दिया. मिथेन गैस को पाने के लिए विगत डेढ़ माह से प्रयासरत चंगोरा भाटा निवासी श्याम राव शिर्के ने गंदे नाले में बहते हुए पानी में प्लास्टिक ड्रम को लंबवत काटकर उसकी सिराओं को जोड़ा तथा ड्रम के पृष्ठ भाग पर आधा इंच पाइप का बाल्व लगाकर फिट कर दिया. इसके आगे भाग में निप्पल लगाकर उसे गैस पाइप की मदद से बर्नर में लगा दिया. गंदे पानी में बहता हुआ मिथेन गैस ड्रम में ईंधन के रूप में इकट्ठा होता रहता है जिसे ईंधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. श्याम राव ने अंधेरे में चूल्हा जलाकर इस गैसे से चाय बनाकर भी दिखाया.
श्याम राव के इस प्रयोग को जो भी देखता है, दंग रह जाता है. आस पास के लोगों का कहना है कि श्याम राव का प्रयोग गंदगी से निजात दिलाएगा ही साथ में बढ़ती गैस की कीमतों से राहत भी दे सकता है.
श्याम राव का कहना है कि शहर में जिस जगह पर कचरा डंप होता है, वहां इस प्रयोग के जरिए गैस पैदा किया जा सकता है. इसके लिए यदि प्रोत्साहन मिल सके तो आने वाले दिनों में इसके लिए भी श्याम राव प्रयोग कर सकते हैं.
Fake news kyu fela rhe ho bhai me raipur me hi rahta hu aur yahan aisa koi kand nhi hua hai
Upr se ek 12th pass garib admi apni roj ki kamai karne me presan hai to wo kya test krega aur uske pas lab kahan se milega
Afwa felana band kro bhadwa giri ka hadd hoti hai
Dalal media??
https://aajtak.intoday.in/video/shyam-rao-shikrey-who-praised-by-narendra-modi-for-making-food-from-nala-gas-chhattisgarh-rdsv-1-1022008.html
https://hindi.news18.com/news/nation/chhattisgarh-man-shyam-rao-confirms-he-praised-by-pm-narendra-modi-for-making-tea-from-sewage-gas-1480283.html
https://hindi.timesnownews.com/trending-viral/article/meet-shyam-rao-shirke-who-patented-production-of-bio-cng-from-sewage-sludge/269277
https://khabar.ndtv.com/news/india/shyam-rao-shirke-who-patented-production-of-bio-cng-from-sewage-sludge-mentioned-by-pm-modi-1900224
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