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जेल में गड़बड़ी का खेल पुराना

रायपुर: दुर्ग जेल में कैदियों के पास आपत्तिजनक सामान मिलने के बाद राज्य भर के जेलों में रविवार को विशेष चौकसी देखी गई. रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर जैसी जेलों में आज कैदियों को बेखौफ गांजा-भांग और दूसरे सामान पहुंचाने वाले नादारद थे. कैदियों को भेजे जाने वाली सामान्य चीजों पर भी आज प्रहरियों ने कड़ाई बरती.

छत्तीसगढ़ की जेलों में यह पहला अवसर नहीं है, जब जेल से इस तरह की आपत्तिजनक सामग्री मिली है. इससे पहले अलग-अलग जेलों में तरह-तरह की आपत्तिजनक सामग्री मिलती रही है. कैदी जेलों से ही अपना गिरोह संचालित करते रहे हैं. बिलासपुर जेल से तो एक कैदी ने एक बार एक मंत्री को भी फोन किया था.

इसके अलावा कैदियों को किस कदर छूट मिली हुई है, इसकी कहानी साल भर पहले तब सामने आई, जब एक जेल अधिकारी कैदियों को रोज अपने घर ले जा कर निजी काम करवाते थे. एक कैदी ने उनके परिजन से छेड़खानी कर दी, उसके बाद मामला सामने आया था.

गौरतलब है कि जेल विभाग के उच्चाधिकारियों को इस बात की सूचना लगातार मिल रही थी कि कुछ रसूखदार अपराधी जेल अधिकारियों से मिलीभगत कर जेल में पाँच सितारा होटल जैसी सुविधाओं का लाभ उठाते है. जिसके बाद शनिवार को डीआईडी के के गुप्ता ने दुर्ग जेल में छापा मार कर कैदियों के पास से मोबाइल, नकद रुपए, गांजा, तंबाकू-गुटखा इत्यादि बरामद किए. कैदियों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहे मोबाइल फोन तो बैरक के साथ-साथ सहायक जेल अधीक्षक के ऑफिस से बरामद किया गया.

इस छापे में यह भी पता चला कि कुछ कुछ रसूखदार कैदी जेल में मनपसंद खाना बनवाकर खा रहे थे. इसके बाद डीजी जेल गिरधारी नायक ने जेल अधीक्षक शेखर तिग्गा और तीन सहायक जेल अधीक्षकों को सस्पेंड कर दिया था. इनके अलावा निचले स्तर के कर्मचारियों की संलिप्तता की गहन जाँच करने के आदेश दिए गए हैं.

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