छत्तीसगढ़

स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल टली

रायपुर | विशेष संवाददाता: बेमियादी हड़ताल पर जाने का मन बना चुके छत्तीसगढ़ के सैंकड़ों स्वास्थ्य कर्मियों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव के आश्वासन के बाद अपनी हड़ताल टाल दी है.

गौरतलब है कि इससे पहले सैकड़ों स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने केंद्रीय कर्मचारियों की तरह वेतनमान समेत विभि‹न मांगों को लेकर 11 सितंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया था.

इन स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना था कि वे अपनी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन से लगातार चर्चा करते रहे हैं, लेकिन हमेशा से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है. यही वजह है कि वे अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने बाध्य हो गए थे लेकिन अब स्वास्थ्य सचिव ने उनकी मांगों पर विचार करने का भरोसा दिलाया है.

स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव राजे‹द्र यादव एवं महामंत्री आलोक मित्रा ने बताया कि सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मचारियों को लंबे समय से केंद्रीय स्वास्थ्य कर्मचारियों की तरह वेतनमान नहीं मिल रहा है.

उन्होंने यह भी बताया कि चार स्तरीय वेतनमान से भी वंचित है. 15-20 वर्षों से कार्यरत अंशकालीन कर्मचारी नियमित नहीं किए जा रहे हैं. संविदा कर्मचारियों का भी नियमितीकरण नहीं हो रहा है.

मिश्रा कहते हैं दूरस्थ क्षे˜त्रों में कार्यरत कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि नहीं मिल पा रही है. इसके साथ ही बस्तर, सरगुजा संभाग में काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता (मलेरिया) को विभागीय प्रशिक्षण देकर रिक्त पदों पर नियुक्ति की मांग अधूरी है.

कर्मचारी नेताओं का कहना है कि उनकी मांगों में और कई छोटी-छोटी मांगें शामिल हैं. सभी मांगों को लेकर उनके संगठन द्वारा 2 सितंबर को संभाग स्तर पर धरना प्रदर्शन किया गया. 6 सितंबर को राजधानी रायपुर में प्रांत स्तरीय धरना देकर रैली निकाली गई थी.

इसके बाद स्वास्‰य संचालक एवं स्वास्थ्य आयुक्त को ™ज्ञापन सौंप कर सभी मांगें जल्द पूरी करने की मांग की गई थी और मांगें पूरी नहीं होने पर बेमुद्दत हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया था लेकिन अब स्वास्थ्य सचिव ने उनकी मांगों पर विचार करने का भरोसा दिलाया है जिसके बाद हड़ताल को फिलहाल टाल दिया गया है.

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