छत्तीसगढ़

पं. दीनदयाल का योगदान क्या- CONG

रायपुर | समाचार डेस्क: बीके हरिप्रसाद ने पं. दीनदयाल का योगदान पूछा है. छत्तीसगढ़ पीसीसी की समन्वय समिति की बैठक में भाग लेने रायपुर आये अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने आईएएस अधिकारी शिव अनंत तायल की बातों का समर्थन किया. बीके हरिप्रसाद ने पूछा है कि उस अफसर ने क्या गलत कहा है.

मंगलवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीके हरिप्रसाद ने मीडिया के सामने जनसंघ के पितृपुरूष पंडित दीनदयाल उपाध्याय को लेकर कई सवाल खड़े किये. उन्होंने भाजपा को सलाह देते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल के योगदान का ढिंढोरा पीटने वाली पार्टी को दीनदयाल पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए सारी जानकारी जनता के सामने रखनी चाहिये.

बीके हरिप्रसाद ने छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर तायल के बहाने भाजपा पर सवाल दागा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का देश की आजादी की लड़ाई में क्या योगदान था? उन्होंने साहित्य में क्या योगदान दिया? उन्होंने ऐसा कौन सा आंदोलन छेड़ा जिससे भारत का जनमानस प्रभावित हुआ?

हरिप्रसाद ने पंडित दीनदयाल के योगदान सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा कुछ बताने की स्थिति में नहीं है. कुछ उपलब्धि होगी तब भाजपा बता सकेगी. बीके हरिप्रसाद ने कहा कि दीनदयान के एकात्म मानववाद के पहले महात्मा गांधी और विनोबा भावे जैसे महापुरुषों ने समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति की चिंता की थी.

भाजपा ने दिया करारा जवाब
कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद पर पलटवार करते हुये छत्तीसगढ़ भाजपा प्रवक्ता एवं विधायक शिवरतन शर्मा ने उन्हें अज्ञानी और अपरिपक्व नेता तक कह डाला है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रभारी हरिप्रसाद की राजनीतिक अज्ञानता को देखकर स्पष्ट प्रतीत होता है कि वे कांग्रेस की नैया पार लगाने नहीं डुबाने आये हैं. उन्होंने कहा कि आलू की फैक्ट्री लगाने वाले गुरू के शिष्य हरिप्रसाद से इससे अधिक क्या उम्मीद की जा सकती है.

शिवरतन शर्मा ने कहा कि इतिहास से अनभिज्ञ इस राजनेता को यदि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान की जानकारी होती तो वह कभी उनके नाम पर सवाल खड़ा नहीं करते.

पं. दीनदयाल उपाध्याय का योगदान
बीके हरिप्रसाद के सवालों को जवाब देते हुये भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पूंजीवाद, साम्वाद व समाजवाद से अलग हटकर एकात्म मानव दर्शन के रूप में एक नई नीति को प्रतिपादित किया था.

पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा खड़े किये गये जनसंघ वर्तमान में भाजपा ने 440 लोकसभा सीटों से कांग्रेस को 44 में लाकर खड़ा कर दिया है.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सूजबूझ और योगदान से 1967 में देश के 9 राज्यों में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकारों का गठन हुआ था. उसमें उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश तथा बिहार जैसे बड़े राज्य शामिल थे.

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