रायपुर

नान घोटाले की हो एसआईटी जांच

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने नान घोटाले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है. कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार पूरे मामले की लीपापोती कर रही है.

प्रदेश कांग्रेस महामंत्री शैलेष नितिन त्रिवेदी ने एक बयान जारी करके कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने व्यापम घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की सहमति दे दी है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को भी नान घोटाले की एसआईटी जांच का आदेश देना चाहिए.

शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. सिंह को अब एसआईटी से नान घोटाले की जांच की अनुशंसा करके अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए. जब शिवराज सिंह व्यापम मामले को सीबीआई जांच के लिए सौंप सकते हैं तो रमन सिंह उनका अनुसरण क्यों नहीं करते? उन्होंने कहा- शुचिता और जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले बेशर्मी से अपने पदों पर बने हुए हैं. न खाऊंगा, न खाने दूंगा की बात करने वाले नरेन्द्र मोदी नान घोटाले पर मौन हैं? न्यायालय में प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर अमित शाह रमन सिंह से स्पष्टीकरण क्यों नहीं ले रहे हैं?

कांग्रेस नेता त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि इसका एक मात्र कारण यह है कि गरीबों का चावल, दाल, शक्कर, केरोसिन में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है और भाजपा में ऊपर तक हिस्सा पहुंचा है. नान घोटाला मामले में एसीबी की जांच में बड़ी-बड़ी गलतियां उजागर हो रही हैं. राज्य सरकार की जांच एजेंसी एसीबी से इस मामले की निष्पक्ष जांच संभव ही नहीं है. कांग्रेस द्वारा किया गया यह संदेह अंतत: चालान प्रस्तुत होने के बाद सही साबित हुआ. नान घोटाले की कालिख राज्य के मुखिया और उनके करीबियों के दामन पर लग चुकी है.

माना जा रहा है कि इस पूरे मुद्दे पर धरना प्रदर्शन के अलावा कांग्रेस पार्टी अदालत भी जा सकती है. पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाले में सरकार की थुक्का-फजीहत के बाद छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेसी उत्साहित हैं और इन्हें उम्मीद है कि अदालत में भी छत्तीसगढ़ सरकार को घेरा जा सकता है.

error: Content is protected !!