छत्तीसगढ़बिलासपुर

नोटबंदी की मंदी के बाद आयकर का भय

बिलासपुर | संवाददाता: नोटबंदी की मंदी झेल रहा बाजार अब आयकर के संभावित छापे के डर से सहमा हुआ है. सूत्रों की माने तो आयकर विभाग की टीम ने उन लोगों की कुंडली बना ली है जहां छापा मारा जाना है.

नोटबंदी के बाद से बाजार करीब 50 फीसदी बैठ गया है. बिलासपुर के व्यापार विहार की थोक मंडी में जहां रोज का कारोबार 8-10 करोड़ का होता था अब मात्र 5 करोड़ के करीब का हो रहा है.

इसके अलावा सराफा, दवा, कपड़ा, बर्तन और इलेक्ट्रानिक्स का बाजार भी ठंडा चल रहा है. व्यापारियों का मानना है कि स्थिति सामान्य होते-होते मार्च महीना आ जायेगा.

इस बीच व्यापारी आयकर विभाग की संभावित कार्यवाही से सहमें हुये हैं. नोटबंदी से बड़ी सफलता न मिलने के बाद से आयकर की कार्यवाही के माध्यम से काले धन के खिलाफ मुहिम शुरु की गई है.

आयकर विभाग की नज़र बाजार के लेनदेन पर है. पुलिस तथा आयकर विभाग द्वारा दो हजार के नये नोटों के जखीरों को पकड़े जाने से व्यापारियों को लग रहा है कि कहीं वाकई में नये नोट के साथ चिप तो नहीं लगा दी गई है जिससे नोटों के बारें में जानकारी मिल जा रही है.

वहीं बाजार में अभी तक कैशलेस लेनदेन ठीक-ठाक ढ़ंग से शुरु नहीं हो पाया है. नगदी की कमी की वजह से ग्राहक अभी भी खरीददारी करने से कन्नी काट रहें हैं.

उपर से आयकर के संभावित कार्यवाही से व्यापारी सहमें हुये हैं तथा बाजार ग्राहकों की कमी से बैठा हुआ है.

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