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छत्तीसगढ़: फर्जी एनकाउंटर का आरोप

दोरनपाल | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ के बस्तर के ग्रामीण फिर से पुलिस पर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगा रहे हैं. रविवार को पुलिस ने मेड़वाही इलाके में नक्सलियों से मुठभेड़ में वंजाम नंदा को मार गिराने का दावा किया था. वंजाम नंदा के शव के पास से पुलिस को नक्सली सामग्री भी मिली थी.

जानकारी मिली थी कि रविवार को दोरनापाल में डीआरजी एवं एवं पुलिस बल ने जनमिलिशिया कमांडर वंजाम नंदा को मुठभेड़ में मार गिराया है. मृतक नक्सली पर 12 वारंट जारी हैं.

मृतक नक्सली पर दोरनापाल एवं जगरगुंडा मार्ग पर हुये कई वारदातों में शामिल रहने का आरोप भी है.

जबकि सोमवार को अरलपल्ली में बड़ी संख्या में ग्रामीण वंजाम नंदा के घर इकट्ठे हो गये. उन ग्रामीणों ने घटना की निंदा करते हुये पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये.

ग्रामीणों तथा मृतक के परिजनों के अनुसार रात के 12 से 1 बजे के बीच पुलिस वंजाम नंदा के घर आ पहुंची तथा उसके पत्नी के सामने ही उसकी पिटाई करने लगी. पत्नी द्वारा विरोध किये जाने के बाद पुलिस के जवान उसे जंगल की ओर ले गये.

सुबह के तकरीबन 4 बजे जंगलों की ओर से गोलियों का आवाज आई. सुबह पता चला कि वंजाम नंदा मुठभेड़ में मारा गया है. ग्रामीणों ने इसे फर्जी एनकाउंटर करार देते हुये शव को पोलमपल्ली लाने की मांग की है.

वहीं, जितेन्द्र शुक्ला, एएसपी का कथन है कि वंजाम नंदा लंबे समय से नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ था. उसने दोरनापाल तथा जगरगुंडा मार्ग में कई वारदातों को अंजाम दिया था. पुलिस को मेड़वाही के जंगल में नक्सलियों के मौजूदगी की खबर लगी थी. जिस पर पुलिस पार्टी भेजी गई थी.

जब जवान वहां पहुंचे तो नक्सलियों ने फायरिंग शुरु कर दी. जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की. सर्चिंग के दौरान नक्सली का शव मिला है. ग्राणीणों द्वारा लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं.

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