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तेंदुए से खौफज़दा हैं बलौदाबाज़ार निवासी

बलौदाबाजार | एजेंसी: बलौदाबाजार जिले में तेंदुए के खौफ से ग्रामीण रतजगा कर रहे हैं लेकिन वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा.

जानकारी के अनुसार, पांडुका से लगभग 10 किलोमीटर दूर तौरेंगा गांव में पिछले दो महीने से तेंदुए ने आंतक फैला रखा है. तेंदुए ने ग्राम के मवेशियों को कोठे से खींचकर अपना शिकार बना रहा था लेकिन बुधवार को एक तेंदुआ हिरण को दौड़ाते हुए गांव के शासकीय स्कूल के पास तक पहुंच गया और झपट्टा मारकर उसे शिकार बनाया.

यह नजारा देख स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भयभीत हो गए. वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे. बच्चों की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़े आए तो उन्हें देखकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को सुबह 11 बजे एक हिरण को दौड़ाते हुए तेंदुआ प्राइमरी और मिडिल स्कूल के पास पहुंच गया, जिसे देखकर दहशतजदा स्कूली बच्चे चिल्लाने लगे. ग्रामीणों को देखकर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया लेकिन इससे तौरेंगा में भय का वातावरण और गहरा गया.

पांडुका क्षेत्र के रेंजर रमन्ना का कहना है कि तौरेंगा वन्य ग्राम में तेंदुआ को पकड़ने के लिए दो पिंजरे लगाए गए हैं. दोनों पिंजरों में एक-एक बकरी बांधी गई है. एक पिंजरा तौरेंगा में और दूसरा देवना गांव के पास लगाया गया है. अगर इन पिंजरों में तेंदुआ नहीं फंसता है तो उसे ट्रेंकूलाइजर गन से बेहोश कर पकड़ा जाएगा.

गांव के सरपंच भोजराम ध्रुव, देवनारायण साहू, मिथिलेश साहू, टहल राम, ख्याल सिंह ध्रुवए ढाल सिंह ध्रुव ने बताया, “हमें तेंदुए के भय से घर के अंदर रहकर जागरण करना पड़ रहा है.”

रेंजर रमन्ना का कहना है कि तौरेंगा के जिन ग्रामीणों के पालतू जानवरों को तेंदुआ ने अपना शिकार बनाया है, उनका मुआवजा प्रकरण वन वभाग तैयार कर रहा है. भुगतान शीघ्र कर दिया जाएगा. बहरहाल, गांव में तेंदुए का खौफ साफ देखा जा रहा है, बच्चे अब स्कूल आने से कतराने लगे हैं.

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