छत्तीसगढ़

अंबिकापुर में बैंक ब्रेक, लॉकर काटे

अंबिकापुर | संवाददाता: अंबिकापुर ग्रामीण बैंक में चोरों ने बड़ा हाथ मारा है. बीच शहर में स्थित इस बैंक में चोरों मे 12 पसर्नल लॉकरों को गैस कटर से काटकर उसमें रखे माल ले उड़े. बैंकों में तीन की छुट्टी होने का चोरों ने भरपूर फायदा उठाया. गनीमत रही कि चोर बैंक की तिजोरी को हाथ नहीं लगा पाये.

इससे तिजोरी में रहे करीब 35 लाख रुपये सुरक्षित बच गये. चोरों ने बैंक में घुसने के बाद वहां लगे सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन काट दिया तथा उसके डीवीआर उखाड़कर ले गये. वारदात को अंजाम देने के बाद चोरों ने बैंक के मुख्य गेट पर अपना नया ताला लगा दिया था. इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि चोर काफी शातिर हैं.

चोरों ने अंबिकापुर की पुलिस को एक बार फिर खुलेआम चुनौती पेश की है. इस बार उन्होंने शहर के बीच स्थित ग्रामीण बैंक में चोरी की वारदात को अंजाम दिया. 3 दिन तक बैंकों की छुट्टी होने के बाद सदर रोड स्थित ग्रामीण बैंक के स्टाफ मंगलवार सुबह 10.15 बजे बैंक खोलने पहुंचे. बैंक के चैनल गेट पर नया ताला लगा देख उनके होश उड़ गये.

तत्काल इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंच गई. इस वारदात ने 4 महीने पूर्व बतौली स्थित स्टेट बैंक में हुई चोरी की घटना की याद दिला दी. उसके आरोपी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं.

सूचना मिलते ही एसआई प्रमोद यादव के अलावा क्राइम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह टीम के अन्य सदस्यों के साथ बैंक पहुंचे. ताला तोड़कर जब वे भीतर घुसे तो सबसे पहले वे तिजोरी की ओर दौड़े.

तिजोरी सुरक्षित देखकर उन्होंने राहत की सांस जरूर ली लेकिन बैंक में रहे 12 पर्सनल लॉकर कटे मिले. चोरों ने इन लॉकरों को काटने गैस कटर का उपयोग किया था. चोर इन लॉकरों में रखे सोने-चांदी के जेवर ले उड़े. वहीं 2 लॉकर वे नहीं काट पाये. बताया जा रहा है कि बैंक में कुल 56 पर्सनल लॉकर हैं.

इसमें से कितने के सोने-चांदी के जेवर पार हुये, इसका पता अभी नहीं चल सका है. ग्राहकों के आने के बाद चोरी का अंजादा लगेगा.

मौके पर पुलिस को चोरों द्वारा छोड़े गये एक ऑक्सीजन गैस सिलेंडर के अलावा एक 5 किग्रा का सिलेंडर व गैस कटर मिले. पुलिस ने जांच के दौरान फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की भी मदद ली. चोरों का सुराग लगाने पुलिस बैंकों के आस-पास के दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है.

लगाये नये ताले व कैमरे का कनेक्शन काटा
चोरी करने के तरीके से उनके शातिर होने का अंदाजा लगाया जा सकता है. चोरों ने बैंक में घुसने के तुरंत बाद वहां के सीसीटीवी कैमरे के कनेक्शन काट दिये तथा उसके डीवीआर को अपने साथ ले गये. वहीं चोरों ने शटर व मुख्य चैनल गेट में जाते समय नया ताला भी लगा दिया था. अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्होंने छुट्टी के इन 3 दिनों के भीतर इत्मीनान से वारदात को अंजाम दिया.

भागे-भागे पहुंचे ग्राहक
इधर ग्रामीण बैंक के ग्राहकों को जैसे ही बैंक में चोरी होने की सूचना मिली, वे भागे-भागे बैंक में पहुंचे. इसमें उन ग्राहकों की संख्या अधिक थी जिनके यहां पर्सनल लॉकर थे. हर कोई अपने-अपने लॉकर की स्थिति को जानने उत्सुक नजर आया. कई लोगों ने अपने लॉकर सुरक्षित होने की खबर पाकर राहत की सांस ली.

बतौली एसबीआई में हुई थे 1 करोड़ की चोरी
चार महीने पूर्व अंबिकापुर-रायगढ़ एनएच पर स्थित बतौली स्टेट बैंक में चोरी की वारदात हुई थी. इस दौरान चोर सोने के जेवर सहित करीब 1 करोड़ रुपये की चोरी करने में सफल हुए थे. यहां से भी चोर सीसीटीवी कनेक्शन काटकर डीवीआर ले उड़े थे ताकि उनके फुटेज न मिल पायें. घटना के बाद पुलिस व क्राइम ब्रांच ने काफी छानबीन की थी लेकिन चोरों तक उसके हाथ नहीं पहुंच पाये.

पुलिस को खुली चुनौती
चोरों ने बीच शहर स्थित बैंक में चोरी की वारदात को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती पेश की है. हर बार चोरी कर पुलिस की हाथों से ये साफ बच निकलते हैं. इक्का-दुक्का मामले को छोड़ दिए जायें तो चोर पुलिस पर भारी ही पड़े हैं. शहर से कई बाइक गायब होने के अलावा गांधीनगर स्थित मोबाइल दुकान में लाखों की चोरी सहित अन्य घरों में चोरी के आरोपियों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है.

देर से पहुंचे कोतवाली टीआई
बैंक में चोरी की सूचना कोतवाली टीआई व डिप्टी एसपी मणिशंकर चंद्रा को करीब 10.30 बजे ही मिल चुकी थी. लेकिन सूचना के करीब ढाई घंटे बाद वे बैंक में पहुंचे. वहीं बैंक से करीब 300 मीटर दूर कोतवाली व 50 मीटर दूर एक अस्थायी चौकी भी है. इसके बावजूद चोर बैंक पर हाथ साफ करने में सफल रहे. इधर बताया जा रहा है कि सुरक्षा की दृष्टि से लगाया गया बैंक का सायरन भी खराब था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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