कलारचना

बॉलीवुड का नया शरलक होम्ज ‘डिटेक्टिव ब्योmkesh..’

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: जिस तरह से पश्चिम में सर आर्थर कानन डायल के काल्पनिक जासूस शरलक होम्ज लोकप्रिय है उसी तरह से बंगाल में डिटेक्टिव ब्योमकेश घर-घऱ में लोकप्रिय हैं. दोनों काल्पनिक पात्र समकालीन रहें है जिनमें से शरलक होम्ज ब्रितानी तथा डिटेक्टिव ब्योमकेश बंगाली जासूस हैं जो बुद्धि के बल पर रहस्य के पर्दे खोलते हैं. इसी कारण से फिल्म ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी!’ के निर्देशक दिवाकर बनर्जी को आशंका थी कि कहीं बंगाल के दर्शक दिगर प्रांत के इस डिटेक्टिव ब्योमकेश को खारिज़ न कर दें. फिल्म बनने के बाद उसके डिटेक्टिव ब्योमकेश को जिस तरह से पसंद किया जा रहा है उससे दिवाकर को तसल्ली हो गई है कि उन्होंने बॉलीवुड को उसका देसी शरलक होम्ज दे दिया है. निर्देशक दिवाकर बनर्जी अपनी हालिया प्रदर्शित फिल्म ‘डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी!’ को देशभर विशेषकर कोलकाता से मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रियाओं से बहुत खुश हैं. फिल्म कोलकाता की पृष्ठभूमि पर आधारित है. शुरुआत में दिवाकर यह सोचकर चिंतित थे कि कोलकाता वासी अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की जासूस की भूमिका पर कैसी प्रतिक्रिया देंगे. लेकिन अब अच्छी प्रतिक्रियाएं पाकर वह बहुत खुश हैं.

दिवाकर यहां रविवार को एक सिनेमाघर में फिल्म के प्रचार के लिए मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कहा, “मैं और सुशांत दोनों ही यह सोचकर बहुत चिंतित थे कि कोलकाता में फिल्म को क्या प्रतिक्रिया मिलेगी. ऐसा इसलिए, क्योंकि ब्योमकेश बक्शी का किरदार बांग्ला के कल्पना पर आधारित महान जासूसी किरदारों में से एक है. हमें लगा कि लोग सुशांत को ब्योमकेश के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे.”

उन्होंने कहा, “लेकिन हमें यहां कोलकाता से मिली प्रतिक्रियाएं दर्शाती हैं कि सुशांत उनके लिए ब्योमकेश बक्शी बन गए हैं.”

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