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पीड़िता ने जहर खाया, पुलिस परेशान

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में पंच के खिलाफ छेड़छानी की शिकायत दर्ज न किये जाने के बाद पीड़िता ने जहर खा लिया. अब जब पीड़िता की हालत गंभीर है पुलिस ने छेड़छानी की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी पंच को गिरफ्तार कर लिया है. सबसे हैरत की बात है कि पुलिस ने जहर खाने के बाद पीड़िता का तहसीलदार के समक्ष बयान नहीं दर्ज करवाया है क्योंकि इससे थानेदार के कथित रूप से फंस जाने का भय है.

मिली जानकारी के अनुसार 12 दिसंबर को सीपत के पंच प्रेमलाल सारथी ने उच्चभट्टी में 16 वर्षीया किशोरी के घर घुसकर उसके साथ दुषकर्म करने के उद्देश्य से छेड़खानी की थी. किशोरी द्वारा विरोध करने पर आरोपी पंच ने उसे बुरी तरह से पीटा था. जिससे पीड़िता के सिर और आंख में चोट आई थी तथा वह बेहोश हो गई थी. घटना की गवाह, पीड़िता की बहन ने उसकी सूचना खेत जाकर अपने पिता को दी.

इसके बाद पिता अपनी पीड़िता बेटी को लेकर सीपत थाने पहुंचे फिर उसे 108 से बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में लाया गया. मामला सरपंच के करीबी पंच का होने की वजह से पुलिस ने मारपीट की सामान्य धारा लगाई तथा कोई गिरफ्तारी नहीं की. सिम्स से घर वापस लौटने पर पीड़िता सीपत थाने पहुंची परन्तु छेड़छानी की रिपोर्ट नहीं लिखी गई.

इसके बाद पीड़िता अपने पिता के साथ 22 दिसंबर को एएसपी अर्चना झा ने आकर मिली तथा पूरी घटना बताई. एएसपी ने उऩके सामने ही सीपत थाने के टीआई सी लकड़ा को फोन पर बात की तथा छेड़छानी की रिपोर्ट दर्ज कर सही कार्यवाही करने के लिये कहा. पीड़िता ने उसी दिन एएसपी से कहा कि यदि आरोपी के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई तो वह एसपी ऑफिस के सामने आत्महत्या कर लेगी.

अगले दिन सीपत पुलिस ने उसे महिला थाने भेजा तथा कहा कि वहां उसका बयान होगा. पीड़िता ने महिला थाने आकर बयान दर्ज करवाया लेकिन आरोपी की कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. इसके बाद शुक्रवार को पीड़िता ने सुबह सल्फास का लिया. घर वाले उसे सीपत के स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गये जहां से उसे बिलासपुर के सिम्स रिफर कर दिया गया. सिम्स में किशोरी हालत गंभीर बनी हुई है.

सिम्स के चौका प्रभारी योगेश गुप्ता का कहना है कि उन्होंने इसकी सूचना सीपत टीआई को फोन पर दे दी थी. उधर, सीपत के टीआई का कहना है कि उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि सुबह पीड़िता ने जहर खाया तथा दोपहर को सीपत टीआई ने 24 दिसंबर की तारीख में छेड़खानी की धारा जोड़ी तथा आरोपी पंच को गिरफ्तार कर लिया है.

आरोप है कि पुलिस ने खुद को बचाने के चक्कर में पीड़िता का तहसीलदार के सामने बयान दर्ज नहीं कराया है. सिम्स लाने के बाद पीड़िता बयान देने के लायक थी. पुलिस को मालूम है कि यदि पीड़िता का बयान कलनबद्ध हो गया तो उसकी शामत आ जायेगी.

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