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साधु यादव के घर जाने पर मांझी को नसीहत

पटना | एजेंसी: बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के कार्यकलापों से उनकी पार्टी जदयू के कई लोग सहमत नहीं हैं. उल्लेखनीय है कि बिहार में सतारूढ़ जदयू ने बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के मकर संक्रांति के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद के साले अनिरूद्घ प्रसाद उर्फ साधु यादव के घर जाने पर नाराजगी जताई है. जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को मांझी को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एक ओर कहते हैं कि वे नीतीश कुमार के सुशासन को आगे बढ़ा रहे हैं. ऐसे में ऐसे लोगों के घर भोज पर जाना जिनके नाम से लोग डरते हैं, जिनकी पृष्ठभूमि आपराधिक है, कहां तक उचित है?

कुमार ने मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा, “मुख्यमंत्री सरकार के काम में लगे रहें. ऐसी गतिविधियों से सरकार की बदनामी होती है. मुख्यमंत्री को दल का काम अन्य नेताओं पर छोड़ देना चाहिए.”

उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति के अवसर पर साधु यादव के दानापुर स्थित आवास पर आयोजित चूड़ा-दही भोज में मांझी शामिल हुए थे.

इधर, नीरज के इस बयान पर साधु यादव ने बिफरते हुए कहा कि जदयू एक ओर महादलित परिवार से आए मुख्यमंत्री को सम्मान देने की बात करती है और दूसरी ओर उन्हें नसीहत भी देती है.

उन्होंने कहा कि उनके घर पर मांझी चूड़ा-दही भोज पर आए थे और वह जदयू प्रवक्ता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे.

उन्होंने जदयू के प्रवक्ता से प्रश्न करते हुए कहा, “मेरे खिलाफ एक भी अपराधिक मामला दर्ज नहीं है परंतु नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को यह स्पष्ट करना चाहिए कि अनंत सिंह, प्रभुनाथ सिंह, सुनील पांडेय मोहम्मद शहाबुद्दीन जैसे लोगों पर कई अपराधिक मामले दर्ज हैं, फिर ऐसे लोगों के जरिए कौन सा सुशासन कायम किए गए हैं.”

उल्लेखनीय है कि मांझी इन दिनों पूरे परिवार के साथ महाराष्ट्र के शिरडी यात्रा पर हैं.

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