बस्तर

बस्तर में लगातार बढ़ रहे एड्स रोगी

जगदलपुर | संवाददाता: शासन द्वारा एड्स से बचने लाखों करोड़ों खर्च करके विभिन्न उपाय करने के बाद भी लोगों में जागरूकता नहीं आ रही है. बस्तर संभाग के सातों जिलों में अब तक 700 लोग एचआईवी पीडि़त पाए गए हैं.

इसके साथ ही 400 लोगों पर एचआईवी के लक्षण मिले हैं. बीते तीन सालों में करीब 80 लोगों की मौत एड्स की वजह से हई है.

महारानी अस्पताल के एचसीटीसी से मिली जानकारी के मुताबिक बस्तर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बीजापुर, कोंडागांव, सुकमा, कांकेर जिलों में एड्स पीडि़तों के आंकड़ें लगभग बराबर हैं. इन जिलों में महिलाओं और पुरूषों की संख्या भी बराबर बताई जा रही है. विभाग के अनुसार प्रतिवर्ष औसतन 20 एड्स पीडि़तों की मौत हो चुकी है.

जानकारी के अनुसार 2010 से लेकर अब तक करीब 400 लोगों में एचआईवी के लक्षण पॉजीटिव पाए गए हैं. जिसमें 350 से प्रीआरटी से ऊपर बताए जा रहे हैं. 350 से कम प्रीआरटी पाए जाने पर दवा लेना जरूरी होता है.

जिन पीडि़तों की मौत हुई है उनकी उम्र 45-50 के बीच की हैं. बताया गया कि जो पीडि़त महारानी अस्पताल उपचार के लिए पहुंच रहे हैं उनकी उम्र बढ़ रही है.

ज्ञात हो कि महारानी अस्पताल में एड्स पीडि़तों के लिए आरटी सेंटर है जहां नि:शुल्क दवाई दी जाती हैं. जांच के लिए सीडी-4 मशीन उपलब्ध है. यहां कोई भी एचआईवी की जांच करा सकता है.

विभाग की ओर से एड्स के प्रति जागरूकता लाने नुक्कड़ नाटकों के द्वारा भी प्रचार किया जा रहा है. इसके साथ ही अन्य उपाय किए जा रहे हैं लेकिन बस्तर में एड्स महामारी का रूप ले रहा है.

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